हर कोई चाहता है कि उसकी कमाई (Income) का एक ऐसा जरिया बने, जिससे सालभर पैसा आता रहे और उसे नौकरी की टेंशन न करनी पड़े। गांव हो या शहर, अब ऐसे बिजनेस (Business) आ चुके हैं जिनमें ज्यादा पढ़ाई-लिखाई की जरूरत भी नहीं है और न ही बहुत ज्यादा निवेश (Investment) की। आपको बता दें कि मशरूम की खेती (Mushroom Farming) ऐसा ही एक काम है, जिसे बस एक बार शुरू कर दो तो फिर पैसा ही पैसा दिखाई देगा। आजकल सरकार भी इस काम को बढ़ावा दे रही है और किसानों को सब्सिडी (Subsidy) व प्रशिक्षण (Training) देकर आगे बढ़ने का मौका दे रही है।
मशरूम की खेती कैसे करें
मशरूम की खेती (Mushroom Farming) शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको इसकी बुनियादी जानकारी लेनी होती है। इसके लिए सरकार और कृषि विश्वविद्यालय समय-समय पर प्रशिक्षण (Training) प्रोग्राम चलाते हैं, जहां पर सिखाया जाता है कि मशरूम कैसे उगाना है, कौन-सा तापमान रखना है और कौन-सी किस्म सबसे ज्यादा बिकती है। मशरूम की खेती के लिए आपको एक बंद कमरे की जरूरत होती है जहां नमी और तापमान को नियंत्रित किया जा सके।
मशरूम की स्पॉन (बीज) को भूसे या सब्सट्रेट में डालकर रखा जाता है और लगभग 25 दिन में यह तैयार होने लगता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह जमीन में नहीं बल्कि ट्रे, बैग और शेल्फ में भी आसानी से तैयार हो जाता है।
कहां करें मशरूम की खेती
अगर आप गांव में रहते हैं तो वहां मशरूम की खेती सबसे आसान तरीके से की जा सकती है क्योंकि जगह की कोई कमी नहीं होती। लेकिन शहरों में भी अगर आपके पास कोई खाली जगह, गैराज या कमरा है तो वहां इसे आसानी से उगाया जा सकता है। आपको बता दें कि मशरूम को ज्यादा धूप की जरूरत नहीं होती बल्कि यह अंधेरे और नमी वाली जगह पर ही अच्छे से पनपता है।
मशरूम खेती में तापमान और वातावरण
मशरूम की खेती करते समय तापमान का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। सामान्य तौर पर 20 से 28 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान इसके लिए बिल्कुल सही माना जाता है। इसके अलावा कमरे में 70 से 80 प्रतिशत तक की नमी बनाए रखना पड़ता है ताकि मशरूम सही समय पर तैयार हो सके। अगर ज्यादा गर्मी है तो कूलर या पंखे का इस्तेमाल करना पड़ सकता है और ठंड में हीटर से तापमान नियंत्रित किया जा सकता है।
निवेश और कमाई का हिसाब
अब बात करें निवेश (Investment) और कमाई (Income) की तो मशरूम का बिजनेस (Business) शुरू करने में ज्यादा खर्च नहीं आता। आपको बीज (स्पॉन), भूसा, ट्रे या बैग और कमरे की व्यवस्था करनी होती है। लगभग 50 हजार रुपये के निवेश से आप इसकी शुरुआत कर सकते हैं।
अगर आप 1 टन मशरूम की खेती करते हैं तो बाजार में इसकी कीमत 150 से 200 रुपये किलो तक आसानी से मिल जाती है। यानी एक बार की फसल से लाखों की कमाई (Income) संभव है। खास बात यह है कि इसकी मांग सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों तक है।
विवरण | अनुमानित आंकड़े |
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शुरुआती निवेश (Investment) | ₹40,000 – ₹50,000 |
तापमान आवश्यकता | 20°C – 28°C |
फसल तैयार होने का समय | 20 – 25 दिन |
बाजार मूल्य | ₹150 – ₹200 प्रति किलो |
अनुमानित कमाई (Income) | ₹1,50,000 – ₹2,00,000 प्रति बैच |
प्रशिक्षण और सब्सिडी की सुविधा
सरकार ने मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए खास योजनाएं बनाई हैं। कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) द्वारा किसानों को मुफ्त या बहुत कम फीस में प्रशिक्षण (Training) दिया जाता है। इसके अलावा कई राज्यों में 30% से लेकर 50% तक की सब्सिडी (Subsidy) भी दी जाती है, ताकि लोग आसानी से मशरूम का बिजनेस (Business) शुरू कर सकें।
निष्कर्ष
अगर आप ऐसा बिजनेस (Business Idea) चाहते हैं जो हर मौसम में चले और जिसकी मांग कभी खत्म न हो, तो मशरूम की खेती आपके लिए एक सुनहरा मौका है। कम निवेश (Low Investment) में ज्यादा कमाई (High Income) और सरकारी मदद के साथ यह बिजनेस तेजी से आगे बढ़ रहा है। बस एक बार इसकी शुरुआत कर दीजिए, फिर पैसा ही पैसा होगा बाबु भईया।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी प्रकार का निवेश (Investment) करने से पहले स्थानीय कृषि विभाग या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।