आजकल हर व्यक्ति की जिंदगी में ऐसे मौके आते हैं जब अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है। कभी बच्चे की पढ़ाई, कभी शादी-ब्याह का खर्च, तो कभी घर की मरम्मत या मेडिकल इमरजेंसी ऐसे समय में सबसे आसान रास्ता होता है व्यक्तिगत लोन (Personal Loan) लेना। बैंक और NBFC कंपनियां बिना किसी सिक्योरिटी के भी पर्सनल लोन देती हैं, लेकिन लोग अक्सर इस सवाल में उलझ जाते हैं कि अगर 4 लाख का लोन लिया जाए और उसे 5 साल में चुकाना हो तो हर महीने कितनी EMI बनकर आएगी। यही गणित आज यहां बेहद आसान भाषा में समझाया गया है।
पर्सनल लोन पर ब्याज दर
आपको बता दें कि पर्सनल लोन की EMI तय करने में सबसे बड़ा रोल ब्याज दर का होता है। जितनी ज्यादा ब्याज दर होगी, उतनी ही ज्यादा EMI बनेगी। भारत में पर्सनल लोन की ब्याज दर 10% से 16% सालाना तक रहती है, जो आपके क्रेडिट स्कोर, बैंकिंग रिलेशन और इनकम पर निर्भर करती है। इसलिए अगर कोई 4 लाख का लोन लेता है, तो उसकी EMI का आंकड़ा ब्याज दर के हिसाब से ऊपर-नीचे होगा।
5 साल के लिए EMI का हिसाब
मान लीजिए आपने 4 लाख रुपए का लोन 5 साल यानी 60 महीनों के लिए लिया है। अलग-अलग ब्याज दरों पर यह EMI कैसी बनेगी, इसके लिए नीचे टेबल दिया गया है। इस टेबल से आसानी से समझ आ जाएगा कि ब्याज दर बढ़ने पर EMI और कुल भुगतान कितना बढ़ जाता है।
ब्याज दर (प्रतिवर्ष) | EMI (प्रति माह) | कुल भुगतान (5 साल में) | ब्याज राशि |
---|---|---|---|
10% | ₹8,499 | ₹5,09,940 | ₹1,09,940 |
12% | ₹8,899 | ₹5,33,940 | ₹1,33,940 |
14% | ₹9,304 | ₹5,58,240 | ₹1,58,240 |
16% | ₹9,715 | ₹5,82,900 | ₹1,82,900 |
यहां आप साफ देख सकते हैं कि अगर ब्याज दर 10% है तो EMI करीब 8,500 रुपए बनेगी, जबकि 16% पर EMI बढ़कर करीब 9,700 रुपए तक चली जाती है। कुल मिलाकर ब्याज दर का थोड़ा सा फर्क भी आपकी जेब पर बड़ा असर डाल देता है।
EMI तय करने से पहले किन बातों पर ध्यान दें
जब भी पर्सनल लोन लें, तो सिर्फ EMI देखकर फैसला न करें। कई बार बैंक प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज और लेट पेमेंट पेनल्टी जैसी चीजें भी जोड़ देते हैं। इसके अलावा आपको अपनी मासिक इनकम और खर्च का भी अंदाजा लगाना चाहिए, ताकि EMI आपकी जेब पर बोझ न बने। कोशिश करें कि EMI आपकी मासिक सैलरी का 30-35% से ज्यादा न हो।
लोन को जल्दी चुकाने का तरीका
अगर आपकी आमदनी बढ़ती है या आपको कहीं से बोनस या एक्स्ट्रा पैसे मिलते हैं तो लोन की प्री-पेमेंट करना एक अच्छा विकल्प है। इससे आपका ब्याज का बोझ कम हो जाएगा और आप जल्दी लोन से मुक्त हो सकेंगे। हालांकि, प्री-पेमेंट चार्ज को ध्यान में रखकर ही यह फैसला लेना चाहिए।
निष्कर्ष
पर्सनल लोन एक आसान विकल्प है, लेकिन इसका इस्तेमाल सोच-समझकर करना जरूरी है। 4 लाख का लोन 5 साल में चुकाने के लिए EMI 8,500 से 9,700 रुपए तक बन सकती है, जो ब्याज दर पर निर्भर करती है। सही बैंक चुनना, ऑफर की तुलना करना और अपनी आर्थिक क्षमता का आकलन करना ही समझदारी है। याद रखिए कि लोन आपके सपनों को पूरा करने का जरिया है, लेकिन समय पर भुगतान न करने पर यह परेशानी भी बन सकता है।
डिस्क्लेमर: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। लोन लेने से पहले अपनी स्थिति और बैंक की शर्तों को अच्छे से समझ लें।