आजकल लोग अपनी मेहनत की कमाई (Income) को सुरक्षित जगह पर रखना चाहते हैं, जहां उन्हें निश्चित ब्याज भी मिले और पैसों में गिरावट का डर भी न हो। बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक ऐसा विकल्प है जो सालों से भरोसेमंद माना जाता है। खासकर जब कोई लंबी अवधि के लिए पैसा निवेश (Investment) करना चाहता है और शेयर बाजार (Stock Market) जैसी रिस्क से दूर रहना चाहता है, तब एफडी सबसे आसान और सुरक्षित साधन बन जाती है। आपको बता दें कि IDFC First Bank आज भी आकर्षक ब्याज दरों पर एफडी उपलब्ध कराता है, जिसकी वजह से आम लोग इसे पसंद कर रहे हैं।
अब सवाल यही है कि अगर कोई व्यक्ति ₹2 लाख की राशि 3 साल के लिए IDFC Bank की FD में लगाता है तो आखिरकार उसे मैच्योरिटी पर कितना ब्याज मिलेगा और कुल रकम कितनी हो जाएगी। इसी की पूरी गणना यहां विस्तार से समझाते हैं।
IDFC Bank FD की ब्याज दरें
IDFC First Bank अलग-अलग अवधि की FD पर अलग-अलग ब्याज दरें देता है। फिलहाल 3 साल यानी 36 महीने की FD पर सामान्य ग्राहकों को लगभग 7.25% सालाना ब्याज मिलता है, जबकि वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) को 0.50% ज्यादा यानी लगभग 7.75% ब्याज दिया जाता है। यही दरें हमारे कैलकुलेशन के आधार पर ली गई हैं।
इसका मतलब यह है कि ₹2 लाख की राशि पर हर साल ब्याज जुड़ता रहेगा और तीन साल बाद एक तयशुदा रकम आपके हाथ में आ जाएगी।
3 साल बाद कितना मिलेगा ब्याज?
अब मान लीजिए कि कोई ग्राहक ₹2 लाख की FD बनाता है और उसे 7.25% ब्याज मिलता है। चूंकि बैंक कंपाउंडिंग आधार पर ब्याज जोड़ता है, इसलिए हर साल ब्याज मूलधन में जुड़कर अगले साल पर कैलकुलेशन होता है।
नीचे दिए गए टेबल में आपको यह साफ दिखेगा कि कुल रकम कितनी बनेगी –
निवेश (Investment) | अवधि (Tenure) | ब्याज दर (Rate) | ब्याज (Interest) | मैच्योरिटी रकम (Maturity Amount) |
---|---|---|---|---|
₹2,00,000 | 3 साल | 7.25% | ₹47,000 (लगभग) | ₹2,47,000 (लगभग) |
अगर यही FD किसी सीनियर सिटीजन के नाम पर बनती है, तो उन्हें 7.75% की दर से ब्याज मिलेगा। उस हिसाब से 3 साल बाद कुल ब्याज लगभग ₹51,000 तक पहुंच सकता है और कुल रकम करीब ₹2,51,000 हो जाएगी।
FD के फायदे क्यों ज्यादा माने जाते हैं?
एफडी की खासियत यही है कि इसमें बाजार की तरह उतार-चढ़ाव का खतरा नहीं होता। आपको पहले ही पता होता है कि तीन साल बाद आपके पैसे कितने बन जाएंगे। खासकर उन लोगों के लिए जो जोखिम नहीं उठाना चाहते और सुरक्षित कमाई (Earning) चाहते हैं, उनके लिए FD एक बेहतर विकल्प है।
इसके अलावा IDFC First Bank जैसी प्राइवेट बैंकें समय-समय पर अच्छी ब्याज दरें देती हैं, जिससे ग्राहकों का भरोसा भी बना रहता है। यह बैंक डिजिटल FD का भी विकल्प देता है, जिसमें घर बैठे मोबाइल ऐप या इंटरनेट बैंकिंग से FD खोली जा सकती है।
FD कराने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
हालांकि FD सुरक्षित निवेश (Investment) मानी जाती है, लेकिन इसमें एक बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए। अगर आप तय अवधि से पहले FD तोड़ते हैं तो बैंक पेनल्टी लगा सकता है और आपका ब्याज कम हो सकता है। इसलिए जितने साल तक पैसे की जरूरत न हो, उतने साल के लिए ही FD करें।
इसके अलावा, अगर आप सीनियर सिटीजन हैं तो हमेशा अपने नाम से ही FD खोलें, क्योंकि इस पर अतिरिक्त ब्याज का लाभ मिलता है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर देखा जाए तो IDFC First Bank की FD में ₹2 लाख निवेश करने पर तीन साल में लगभग ₹47,000 तक ब्याज मिलता है और मैच्योरिटी पर करीब ₹2.47 लाख हाथ में आ जाते हैं। वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को इसका और ज्यादा फायदा मिल सकता है। FD उन लोगों के लिए हमेशा से अच्छा साधन रही है जो बिना किसी रिस्क के अपनी रकम को सुरक्षित रखना चाहते हैं और साथ ही उस पर निश्चित ब्याज पाना चाहते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दिया गया कैलकुलेशन सिर्फ उदाहरण के तौर पर है। किसी भी निवेश का निर्णय लेने से पहले बैंक की नजदीकी ब्रांच से ब्याज दर और शर्तें जरूर जांच लें।