Loading... NEW!

Instant Job Courses: अब डंके की चोट पर मिलेगी पक्की नौकरी, बस सीखों ये 3 भाषाएँ

Instant Job Courses: आज के समय में नौकरी (Job) पाना आसान काम नहीं रह गया है। हर जगह प्रतियोगिता इतनी बढ़ चुकी है कि डिग्री और अनुभव के बावजूद इंटरव्यू में रिजेक्ट होना आम बात हो गई है। लेकिन आपको बता दें कि कुछ ऐसे शॉर्टकट्स भी हैं जिनसे आपकी नौकरी मिलने की संभावना तुरंत बढ़ सकती है। इनमें सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका है – विदेशी भाषाएँ सीखना। खासकर फ्रेंच (French), जर्मन (German) और स्पेनिश (Spanish)। इन भाषाओं की डिमांड भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में तेजी से बढ़ रही है और कंपनियां ऐसे लोगों को तुरंत जॉब ऑफर कर देती हैं।

फ्रेंच भाषा से तुरंत नौकरी का रास्ता

फ्रेंच (French) दुनिया की सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। यूरोप, अफ्रीका और कनाडा जैसे देशों में इसकी बड़ी अहमियत है। भारत की कई मल्टीनेशनल कंपनियां फ्रेंच जानने वाले कर्मचारियों की तलाश करती हैं, क्योंकि उनके क्लाइंट फ्रेंच बोलने वाले देशों से होते हैं। आप अगर फ्रेंच बोलना सीख जाते हैं, तो BPO सेक्टर, ट्रैवल एजेंसी, होटल मैनेजमेंट और एंबेसी में तुरंत नौकरी मिल सकती है। अच्छी बात ये है कि इसे तीन महीने के बेसिक कोर्स से भी सीखा जा सकता है।

जर्मन भाषा से करियर में बढ़त

जर्मन (German) भाषा यूरोप की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देश की भाषा है। जर्मनी का इंजीनियरिंग, मेडिकल और रिसर्च सेक्टर पूरी दुनिया में मशहूर है। यही कारण है कि जर्मन जानने वालों को भारत में भी बड़ी कंपनियां हाथोंहाथ नौकरी देती हैं। खासकर IT और ऑटोमोबाइल सेक्टर में। इसके अलावा, जर्मनी में पढ़ाई करने और नौकरी पाने के लिए भी जर्मन भाषा सीखना जरूरी है। अगर आप जर्मन भाषा का बेसिक तीन महीने में सीख जाते हैं, तो आपके करियर का ग्राफ तेजी से ऊपर जा सकता है।

स्पेनिश भाषा की बढ़ती डिमांड

स्पेनिश (Spanish) भाषा पूरे लैटिन अमेरिका और स्पेन में बोली जाती है। दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा होने के कारण इसकी डिमांड भारत में भी बहुत ज्यादा है। कॉल सेंटर, ट्रांसलेशन, टूरिज्म और इंटरनेशनल बिजनेस (Business) कंपनियों में स्पेनिश जानने वालों की तुरंत भर्ती हो जाती है। यहां तक कि ऑनलाइन काम के जरिए भी आप स्पेनिश जानकर फ्रीलांस प्रोजेक्ट्स से हजारों रुपये कमा सकते हैं।

तीनों भाषाओं का तीन महीने का शॉर्ट कोर्स

आपको यह जानकर जिज्ञासा होगी कि इन भाषाओं को सीखने के लिए बहुत बड़ा निवेश (Invest) या समय नहीं चाहिए। सिर्फ तीन महीने के बेसिक कोर्स में आप बोलचाल और समझने लायक सीख सकते हैं। उसके बाद धीरे-धीरे प्रैक्टिस से आपकी पकड़ और मजबूत हो जाएगी।

नीचे एक आसान टेबल दी गई है जिससे आप समझ सकते हैं कि तीन महीने में कौन-सी भाषा सीखकर कितनी कमाई (Income) और नौकरी का मौका मिल सकता है:

भाषा (Language)सीखने का समय (Approx)शुरुआती नौकरी का मौकासंभावित मासिक कमाई (Income)
फ्रेंच (French)3 महीनेBPO, ट्रैवल, होटल मैनेजमेंट₹20,000 – ₹35,000
जर्मन (German)3 महीनेIT, ऑटोमोबाइल, रिसर्च सपोर्ट₹25,000 – ₹40,000
स्पेनिश (Spanish)3 महीनेकॉल सेंटर, टूरिज्म, फ्रीलांस₹20,000 – ₹30,000

कैसे सीखें विदेशी भाषाएँ

इन भाषाओं को सीखने के लिए आपको बहुत भारी-भरकम डिग्री या सालों का समय लगाने की जरूरत नहीं है। आजकल कई ऐसे तरीके मौजूद हैं जिनसे एक आम इंसान भी तीन महीने में बोलचाल की अच्छी पकड़ बना सकता है।

  • ऑनलाइन क्लासेस
    Coursera, Udemy, Duolingo और YouTube जैसे प्लेटफॉर्म पर बेसिक से लेकर एडवांस तक सब कुछ उपलब्ध है। आप घर बैठे मोबाइल या लैपटॉप पर आसानी से सीख सकते हैं।
  • ऑफलाइन इंस्टिट्यूट
    अगर आपको क्लासरूम माहौल में सीखना अच्छा लगता है, तो अपने शहर के भाषा संस्थान (Language Institutes) में एडमिशन ले सकते हैं। दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, पुणे और भोपाल जैसे शहरों में फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश की डिमांड सबसे ज्यादा है और यहां कई नामी संस्थान हैं।
  • मोबाइल ऐप्स
    Duolingo, HelloTalk और Babbel जैसे मोबाइल ऐप्स बहुत आसान तरीके से प्रैक्टिस करवाते हैं। आप रोज़ 15-20 मिनट इन पर समय देकर बोलना और लिखना सीख सकते हैं।
  • प्रैक्टिस पार्टनर
    भाषा सीखने में सबसे जरूरी है प्रैक्टिस। आप किसी ऑनलाइन फ्रेंड या ग्रुप से जुड़कर बातचीत कर सकते हैं। कई वेबसाइट्स पर “Language Exchange” प्रोग्राम होता है जहां आप हिंदी सिखाते हैं और सामने वाला फ्रेंच, जर्मन या स्पेनिश सिखाता है।

कहाँ से सीखें विदेशी भाषाएँ

भारत में कुछ खास संस्थान ऐसे हैं जो प्रोफेशनल तरीके से ये भाषाएँ सिखाते हैं और उनकी वैल्यू इंटरनेशनल स्तर तक है।

  • अलायंस फ़्रांसेज़ (Alliance Française) – फ्रेंच सीखने के लिए सबसे भरोसेमंद जगह।
  • गोएथे इंस्टीट्यूट (Goethe Institut – Max Mueller Bhavan) – जर्मन सीखने का सबसे बड़ा संस्थान।
  • इंस्टिट्यूटो सेर्वांतेस (Instituto Cervantes, New Delhi) – स्पेनिश सीखने का इंटरनेशनल लेवल का संस्थान।
  • इसके अलावा, कई प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ और कॉलेज भी शॉर्ट टर्म कोर्स ऑफर करते हैं।

खर्च और समय

इन भाषाओं को सीखने के लिए बेसिक कोर्स की फीस लगभग ₹10,000 से ₹25,000 तक होती है। ऑनलाइन कोर्सेस इससे भी सस्ते मिल जाते हैं, जबकि ऑफलाइन इंटरनेशनल संस्थानों की फीस थोड़ी ज्यादा हो सकती है।

अगर आप नियमित रूप से पढ़ाई करें, तो 3 से 6 महीने में बेसिक लेवल पूरा कर सकते हैं और नौकरी के लिए इंटरव्यू में बैठने लायक बन जाते हैं।

सीखकर तुरंत नौकरी पाने का फायदा

इन भाषाओं को सीखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको डिग्री या ज्यादा अनुभव पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। कंपनियां ऐसे स्किल वाले लोगों को तुरंत भर्ती कर लेती हैं। इससे आप न सिर्फ नौकरी पाते हैं बल्कि अपनी सैलरी भी तेजी से बढ़ा सकते हैं। तीन महीने की छोटी सी मेहनत आपके करियर को नई दिशा दे सकती है।

निष्कर्ष

अगर आप भी बार-बार रिजेक्ट होने से परेशान हैं और चाहते हैं कि नौकरी तुरंत मिले, तो फ्रेंच (French), जर्मन (German) और स्पेनिश (Spanish) जैसी भाषाओं को सीखना शुरू कर दें। ये स्किल आपको डंके की चोट पर जॉब दिलाने का पक्का रास्ता दे सकती है।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षणिक और करियर गाइडेंस के उद्देश्य से है। किसी भी कोर्स में एडमिशन लेने से पहले संस्था की मान्यता और गुणवत्ता की जांच जरूर करें।

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now

Leave a Comment

WhatsApp Logo Join