आजकल हर इंसान की जिंदगी में कभी न कभी अचानक पैसों की जरूरत पड़ ही जाती है। कभी घर की मरम्मत का खर्च, कभी बच्चों की पढ़ाई, तो कभी शादी या मेडिकल इमरजेंसी जैसी वजहें इंसान को तुरंत पैसों की तलाश में डाल देती हैं। ऐसे समय में (व्यक्तिगत लोन) Personal Loan सबसे आसान विकल्प बनकर सामने आता है। क्योंकि न तो इसमें किसी गारंटी की जरूरत होती है और न ही किसी बड़ी प्रोसेस की। सिर्फ आपके दस्तावेज और सिबिल स्कोर के आधार पर बैंक (Bank) या NBFC आपको तुरंत लोन दे देते हैं। लेकिन अक्सर लोगों के मन में एक सवाल रहता है कि अगर ₹5 लाख का लोन लिया जाए तो EMI कितनी बनेगी? इसी का पूरा हिसाब आज हम आपको सरल भाषा में समझा रहे हैं।
5 लाख के लोन पर ब्याज दर और समय अवधि
Personal Loan लेने से पहले आपको दो चीजों पर ध्यान देना जरूरी होता है – ब्याज दर (Interest Rate) और समय अवधि (Tenure)। ब्याज दर हर बैंक और फाइनेंशियल कंपनी की अलग होती है। सामान्य तौर पर भारत में Personal Loan की ब्याज दर 10% से 15% के बीच रहती है। वहीं समय अवधि यानी कि लोन चुकाने का समय 1 साल से लेकर 5 साल तक दिया जाता है। जितनी लंबी अवधि चुनेंगे, EMI उतनी ही कम बनेगी लेकिन ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा। वहीं अगर छोटी अवधि चुनेंगे तो EMI थोड़ी ज्यादा होगी लेकिन ब्याज कम लगेगा।
₹5 लाख के Personal Loan का EMI कैलकुलेशन
अब मान लीजिए कि आपने ₹5 लाख का Personal Loan लिया है। नीचे टेबल में अलग-अलग ब्याज दर और समय अवधि के हिसाब से EMI का पूरा हिसाब दिया गया है।
Loan Amount | Interest Rate | Tenure | EMI (Approx) | कुल ब्याज (Approx) | कुल भुगतान (Principal+Interest) |
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₹5,00,000 | 10% | 3 साल | ₹16,134 | ₹79,000 | ₹5,79,000 |
₹5,00,000 | 12% | 4 साल | ₹13,172 | ₹1,32,000 | ₹6,32,000 |
₹5,00,000 | 14% | 5 साल | ₹11,634 | ₹1,98,000 | ₹6,98,000 |
ऊपर की टेबल से साफ है कि जितनी ज्यादा अवधि लेंगे, EMI कम हो जाएगी लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा। वहीं अगर आप जल्दी लोन चुकाना चाहते हैं तो EMI थोड़ी ज्यादा देनी होगी लेकिन ब्याज का बोझ कम हो जाएगा।
बैंक EMI कैसे तय करते हैं?
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि बैंक EMI का हिसाब कैसे लगाते हैं। आपको बता दें कि EMI निकालने के लिए एक फॉर्मूला होता है जिसमें लोन की रकम, ब्याज दर और समय अवधि शामिल होती है। बैंक कंप्यूटर सिस्टम से यह कैलकुलेशन तुरंत निकाल देते हैं। इसीलिए जब भी आप लोन की जानकारी लेने जाते हैं, बैंक अधिकारी तुरंत आपको EMI बता देते हैं।
लोन लेते समय किन बातों का रखें ध्यान
अगर आप ₹5 लाख का Personal Loan लेने की सोच रहे हैं तो सिर्फ ईएमआई ही नहीं बल्कि बाकी बातों का भी ध्यान रखें। जैसे प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज और लेट पेमेंट चार्ज। कई बार लोग सिर्फ EMI देखकर खुश हो जाते हैं लेकिन बाद में छुपे हुए चार्जेस की वजह से परेशानी झेलनी पड़ती है। हमेशा EMI अपने मासिक बजट के हिसाब से ही चुनें।
निष्कर्ष
Personal Loan मुश्किल समय में मददगार साबित होता है। अगर आपको ₹5 लाख का लोन लेना है तो पहले ब्याज दर और समय अवधि देखकर EMI का पूरा हिसाब लगाना जरूरी है। टेबल से आपको अंदाजा हो गया होगा कि अलग-अलग ब्याज और टेन्योर पर कितना बोझ बढ़ सकता है। सही प्लानिंग से न सिर्फ EMI आसानी से चुकाई जा सकती है बल्कि ब्याज की बचत भी की जा सकती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सिर्फ सामान्य समझ के लिए है। अलग-अलग बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों की शर्तें अलग हो सकती हैं। लोन लेने से पहले संबंधित बैंक से पूरी जानकारी जरूर लें।