SBI Home Loan: घर खरीदना हर इंसान का सपना होता है, लेकिन जमीन-जायदाद की कीमतें इतनी बढ़ चुकी हैं कि हर किसी के लिए सीधे कैश में खरीदना आसान नहीं है। ऐसे में लोग बैंक का सहारा लेते हैं और होम लोन लेकर अपना घर बनाने या खरीदने का सपना पूरा करते हैं। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) देश का सबसे बड़ा बैंक है और यहां से लोग सबसे ज्यादा होम लोन लेते हैं क्योंकि इसकी ब्याज दरें बाकी बैंकों की तुलना में किफायती मानी जाती हैं। लेकिन बहुत से लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि अगर वे 15 लाख रुपए का होम लोन लेंगे तो उन्हें हर महीने कितनी EMI चुकानी होगी।
होम लोन लेने से पहले क्या समझना जरूरी है
लोन लेने से पहले सबसे अहम बात होती है ब्याज दर और लोन की अवधि। SBI होम लोन की ब्याज दर समय-समय पर बदलती रहती है, लेकिन आमतौर पर यह करीब 8.5% से 9% सालाना तक रहती है। दूसरी बात लोन की अवधि यानी टेन्योर है। अगर कोई शख्स 15 लाख का लोन 10 साल के लिए लेता है तो उसकी EMI अलग होगी और अगर वही लोन 20 साल के लिए लेता है तो EMI कम लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना पड़ेगा। इसलिए EMI का हिसाब ब्याज दर और समय पर पूरी तरह निर्भर करता है।
15 लाख के लोन पर EMI का हिसाब
मान लीजिए कोई व्यक्ति SBI से 15 लाख रुपए का होम लोन लेता है और ब्याज दर 8.75% सालाना मान ली जाए। अगर वह लोन 15 साल की अवधि यानी 180 महीने के लिए लेता है तो उसकी EMI करीब 15,100 रुपए के आसपास बैठेगी। वहीं अगर यही लोन 20 साल के लिए लिया जाए तो EMI घटकर लगभग 13,200 रुपए रह जाएगी। यानी जितनी लंबी अवधि, उतनी कम EMI लेकिन कुल ब्याज ज्यादा देना होगा।
अगर इसे और आसान शब्दों में समझें तो 15 लाख रुपए का लोन 20 साल में चुकाने पर बैंक को ब्याज के तौर पर करीब 16 लाख रुपए देने पड़ सकते हैं। यानी जितना लोन लिया, उतना ही ब्याज के रूप में वापस करना होगा। जबकि 15 साल में चुकाने पर ब्याज की राशि थोड़ी कम हो जाएगी। यही वजह है कि लोग अपनी क्षमता के हिसाब से EMI तय करते हैं।
EMI कैसे घटाई जा सकती है?
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि इतनी लंबी अवधि तक बड़ी EMI भरना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में EMI को घटाने के लिए दो उपाय सबसे कारगर हैं। पहला यह कि लोन की अवधि ज्यादा रखी जाए, ताकि हर महीने का बोझ हल्का रहे। दूसरा यह कि ब्याज दर कम वाले ऑफर को चुना जाए। अक्सर बैंक विशेष ऑफर में ब्याज दर घटा देते हैं, ऐसे मौके पर लोन लेने से EMI भी कम हो जाती है। इसके अलावा, अगर समय-समय पर प्री-पेमेंट किया जाए यानी थोड़ी-थोड़ी रकम बीच-बीच में चुकाई जाए, तो लोन की अवधि घट जाती है और ब्याज में भी बचत हो जाती है।
आखिर में
घर का सपना पूरा करने के लिए SBI होम लोन एक भरोसेमंद विकल्प माना जाता है। लेकिन यह समझना जरूरी है कि EMI सिर्फ एक आंकड़ा नहीं है, बल्कि आपकी मासिक आय का बड़ा हिस्सा होता है। अगर 15 लाख रुपए का लोन लेना है तो पहले अपनी आय और खर्च का संतुलन देखना जरूरी है। सही ब्याज दर और अवधि चुनकर आप अपने लोन को आसान बना सकते हैं और ज्यादा ब्याज चुकाने से बच सकते हैं। घर का सपना तभी सुखद होता है जब किस्तें आपकी जेब पर भारी न पड़ें।