SIP Investment: हर माता-पिता की ख्वाहिश होती है कि उनकी बेटी का भविष्य सुरक्षित और मजबूत हो। चाहे पढ़ाई की बात हो, शादी की या फिर उसके सपनों को पूरा करने की, पैसों की जरूरत हमेशा रहती है। अक्सर लोग बैंक में एफडी (FD) या पोस्ट ऑफिस (Post Office) की स्कीमों में पैसा लगाते हैं, लेकिन वहां से बहुत ज्यादा रिटर्न नहीं मिलता। ऐसे में म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) की SIP एक बेहतरीन रास्ता बन सकती है। यहां से न सिर्फ पैसा तेजी से बढ़ता है बल्कि लंबे समय में करोड़ों का फंड भी तैयार किया जा सकता है। अगर आप हर महीने सिर्फ ₹6000 बेटी के नाम पर SIP में लगाते हैं, तो कुछ सालों बाद यह रकम करोड़ों के पास पहुंच सकती है।
SIP क्या है और कैसे मददगार है?
SIP यानी Systematic Investment Plan, एक ऐसा तरीका है जिसमें आप हर महीने एक तय रकम किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में डालते हैं। इसकी खासियत यह है कि आपको मार्केट टाइमिंग की चिंता नहीं करनी पड़ती। धीरे-धीरे छोटे-छोटे निवेश से बड़ा फंड तैयार हो जाता है। यह तरीका खासतौर पर मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमें ज्यादा बोझ नहीं पड़ता और बचत की आदत भी बनी रहती है।
बेटी के लिए SIP क्यों बेहतर है?
आपको बता दें कि बेटी के नाम पर किया गया निवेश न केवल उसका भविष्य सुरक्षित करता है बल्कि माता-पिता को भी संतोष देता है कि उनके बाद भी उसकी जिंदगी सुरक्षित रहेगी। अगर आप हर महीने ₹6000 SIP में डालते हैं और लंबे समय तक इसे जारी रखते हैं, तो जब बेटी बड़ी होगी तो उसके लिए पढ़ाई, करियर या शादी के वक्त एक बड़ा फंड तैयार रहेगा।
₹6000 SIP का कैलकुलेशन
मान लीजिए आप हर महीने ₹6000 की SIP करते हैं और औसतन 12% सालाना रिटर्न मिलता है। अब देखते हैं कि अलग-अलग समयावधि में यह रकम कितनी बढ़ सकती है।
SIP राशि (₹6000 मासिक) | समय अवधि (साल) | अनुमानित रिटर्न (12%) | कुल फंड (₹ में) |
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₹6000 | 10 साल | ₹11,60,000 | लगभग 11.6 लाख |
₹6000 | 15 साल | ₹23,20,000 | लगभग 23.2 लाख |
₹6000 | 18 साल | ₹31,00,000 | लगभग 31 लाख |
₹6000 | 20 साल | ₹43,00,000 | लगभग 43 लाख |
ऊपर दिए गए कैलकुलेशन से साफ है कि अगर आप बेटी के नाम पर 18 साल तक SIP चलाते हैं, तो कुल जमा पैसा करीब ₹31 लाख तक हो सकता है। यह रकम उसकी उच्च शिक्षा, विदेश में पढ़ाई या शादी जैसे बड़े कामों में काफी मददगार साबित होगी।
SIP में लंबा समय क्यों जरूरी है?
म्यूचुअल फंड की SIP की खासियत ही है कंपाउंडिंग का असर। यानी जितना लंबा समय आप पैसा लगाएंगे, उतनी ही तेजी से आपका फंड बढ़ेगा। शुरुआत में रिटर्न धीरे-धीरे दिखता है, लेकिन 10-12 साल बाद इसका असर दोगुना-तिगुना होने लगता है। इसलिए अगर बेटी अभी छोटी है और आप अभी से SIP शुरू करते हैं, तो 18 या 20 साल बाद उसके नाम पर एक बड़ा खजाना तैयार हो सकता है।
निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
बेटी के नाम पर SIP करते समय आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होंगी। सबसे पहले सही म्यूचुअल फंड स्कीम चुनना जरूरी है। अगर आपका लक्ष्य 15 साल से ज्यादा का है, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड ज्यादा बेहतर रहेंगे। साथ ही, हर साल अपनी SIP की समीक्षा करते रहें और अगर संभव हो तो रकम धीरे-धीरे बढ़ाते भी रहें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर देखा जाए तो बेटी के नाम पर ₹6000 की SIP लंबे समय तक करना किसी वरदान से कम नहीं है। जहां बैंक और पोस्ट ऑफिस की स्कीमें सिर्फ मामूली ब्याज देती हैं, वहीं SIP आपको करोड़ों तक पहुंचा सकती है। बस शर्त यही है कि आप धैर्य रखें और बीच में निवेश को न तोड़ें।
डिस्क्लेमर: यहां दिया गया कैलकुलेशन केवल अनुमानित है। म्यूचुअल फंड मार्केट पर आधारित होते हैं और रिटर्न गारंटीड नहीं होता। निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से जरूर सलाह लें।